आईये Hyperglycemia ( हाइपरग्लेसेमिया ) क्या होता है ये जानते हैं
ऐसी स्थिति जहां रक्त में ग्लूकोज (चीनी) का स्तर असामान्य रूप से उच्च होता है। यह मधुमेह या अन्य स्थितियों का संकेत हो सकता है
जिसमें ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ने लगता है. ऐसा तब होता है जब हमारा शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है या फिर इंसुलिन पर ठीक से प्रतिक्रिया नहीं कर पाता है. ऐसे में शुगर लेवल हाई हो जाता है.
डायबिटीज में BLOOD SUGAR को नियंत्रित करने में कुछ ऐसे आयुर्वेदिक घरेलू उपचार भी आपकी मदद कर सकते हैं जो बहुत ज्यादा कारगर साबित होता है . इन्हीं में से एक है दालचीनी जो आपके बहुत काम आ सकती है. दालचीनी के सेवन से BLOOD SUGAR LEVEL को CONTROL में किया जा सकता है.
दालचीनी शुगर को करती है नियंत्रित लेकिन इसके लिए आपको करना क्या होगा :
दालचीनी एक ऐसा मसाला है जो आपको आसानी से घरों में मिल जाएगी. दालचीनी के सेवन से ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है. इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिलाना है. इसे पीने से आपका ब्लड शुगर लेवल काफी हद तक कंट्रोल में आ जाएगा. आप चाहें तो किसी भी तरह से दालचीनी को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं.
दालचीनी क्या है?
दालचीनी एक मसाला है। दालचीनी की छाल तेजपात की वृक्ष छाल से अधिक पतली, पीली, और अधिक सुगन्धित होती है। यह भूरे रंग की मुलायम, और चिकनी होती है। फलों को तोड़ने पर भीतर से तारपीन जैसी गन्ध आती है। इसके फूल छोटे, हरे या सफेद रंग के होते हैं। अगर आप दालचीनी की पत्तियों को मलेंगे तो इससे तीखी गंध आती है। दालचीनी का प्रयोग कई तरह की बीमारियों को ठीक किया जाता है।
अन्य भाषाओं में दालचीनी के नाम (Name of Dalchini in Different Languages)
दालचीनी को दुनिया भर में इन नामों से भी जाना जाता हैः-
दालचीनी के अन्य भाषाओं में नाम क्या हैं
हिंदी में – दालचीनी, दारुचीनी, दारचीनी
अंग्रेजी में – ट्रु सिनैमोन (True Cinnamon), सीलोन सिनामोन (Ceylon Cinnamon)
संस्कृत में – त्वक्, स्वाद्वी, तनुत्वक्, दारुसिता, चोचम, वराङ्ग, भृङ्ग, उत्कट
उर्दू में – दारचीनी (Darchini)
उड़िया में – दालोचीनी (Dalochini), दारूचीनी (Daruchini)
कन्नड़ में – लवङ्ग चक्के (Lavanga chakke), तेजदालचीनी (TejaDalchini)
गुजराती भाषा में – दालचीनी (Dalchini), तज (Taj)
तमिल भाषा में – लवंग पत्तै (Lavang pattai)
तेलुगु भाषा में – लवंगमु (Lavangamu)
बंगाली भाषा में – दारुचीनी (Daruchini)
पंजाबी भाषा में – दाचीनी (Dachini), किरफा (Kirfa)
मलयालम में – एरिकोलम (Erikkolam), वरनम (Varanam)
मराठी भाषा में – दालचीनी (Dalchini)
नेपाली भाषा में – दालचीनी (Daalchiinii), कुखीतगी (Kukhiitagi)
अरेबिक भाषा में – दारसीनी (Darsini), किर्फा (Qirfah), र्क्फाहेसेलेनीयाह (Qirfahesailaniyah)
पर्सियन भाषा में – दारचीनी (Darchini), दारचीनीसेइलनीयाह (Darchinisailaniyah), तालीखाहे (Talikhahe)।
दालचीनी इस तरीके से आपके शरूर में काम करेगी :-
दाल चीनी पर लगभग 18 अध्ययनों की समीक्षा से पता चलता है कि दालचीनी ब्लड शुगर को कम कर सकती है. यह मधुमेह यानी शुगर वाले लोगों में कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है. इसके साथ साथ ही दालचीनी एंटीबायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकती है. इसके अलावा दालचीनी में पोटेशियम, मैग्नीशियम होते हैं, जो हृदय गति को नियंत्रित करता है. मैग्नीशियम और कैल्शियम दिल की धड़कन (Heart Beat) को स्वस्थ बनाए रखने के लिए एक साथ काम करते हैं.
दालचीनी के फायदे:-
दालचीनी सिर्फ शुगर ही नहीं बल्कि कई बीमारियों में कारगर साबित होती है. अगर आप मोटापा कम करना चाहते हैं तो दालचीनी का सेवन आपके लिए बहुत अधिक लाभदायक हो सकता है. इसके सेवन को वजन घटाने के लिए अच्छा माना जाता है. इसका प्रयोग उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी किया जाता है. इसके लिए सुबह सुबह दालचीनी का सेवन करें. दालचीनी को रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें.कोशिश यह करें कि जो गिलास आप प्रयोग में लाते हो वह चीनी मिटटी या ताम्बे का बना हो यदि कोई adjustment नहीं हो सकती तो आप अन्य धातु के गिलास का प्रयोग कर सकते हैं सुबह सुबह इस पानी को पी लें. इससे आपका धीमा मेटाबॉलिज्म बूस्ट होगा इसको गति मिलेगी और आपका वजन भी कम होगा.पतंजलि हरिद्वार के अनुसार, दालचीनी के सेवन से पाचनतंत्र संबंधी बीमारियाँ, दांत, व सिर दर्द, चमड़ी रोग, महिलाओं की मासिक धर्म की परेशानियां जो कि लगभग 60 से 70 प्रतिशत महिलाओं को यह दिक्कत है दालचीनी के नियमित सेवन से यह समस्या हमेशा के लिए ठीक की जा सकती हैं। इसके साथ ही दस्त, और टीबी में भी इसके प्रयोग से लाभ मिलता है। आप जरूर जान लें कि दालचीनी के इस्तेमाल से कितने प्रकार के फायदे होते हैं, ताकि समय पर दालचीनी का उपयोग कर आप भी फायदा ले सकें।
नोट: यहाँ पर केवल सामान्य जानकारी प्रदान की गई है. इनको केवल एक राय के रूप में लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.आप अपनी समस्या का इलाज डॉक्टर से सलाह लेके भी ठीक कर सकते हैं ....