भारतीय जनता पार्टी से मोह भंग करके और बागी होकर रनिया विधानसभा से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह को भाजपा हाईकमान ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके बाद चौधरी रणजीत सिंह ने अपने निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे कोई मलाल नहीं है मुझे तो बीजेपी ने खुद लोकसभा चुनाव के दौरान आधा घंटा पहले ही मैसेज देकर पार्टी में ज्वाइन करवाया था और हिसार लोकसभा से उम्मीदवार बनाया था।
चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि मैंने तो पार्टी जॉइन करने के लिए कोई मिन्नतें या कोई आवेदन नहीं किया था। चौधरी रणजीत सिंह ने बताया कि भाजपा मुझे कहीं और से चुनाव मैदान में उतारने की बात कही थी लेकिन मैंने बीजेपी का ऑफर ठुकरा कर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि रानिया की जनता मेरे साथ है और मै वादा करता हूँ क मई हमेशा इनके साथ रहूंगा , वही चौधरी रणजीत सिंह ने दावा करते हुए कहा कि रोजाना दूसरी पार्टियों छोड़कर लोग उनके साथ आ रहे हैं और रानिया के लोग उन्हें इस विधानसभा से विजयी बनाके भेजेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने सभी बागी नेताओं के प्रति कठोर रुख अपनाते हुए आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर आठ बागी नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। इन नेताओं में मुख्य रूप से श्री बच्चन सिंह आर्य, चो0 रणजीत चौटाला श्री संदीप गर्ग,श्री जिलेराम शर्मा, श्री देवेंद्र कादयान का नाम शामिल है। हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने आजाद प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे पार्टी के कार्यकर्ताओं को तुरंत प्रभाव से पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिन्हें पार्टी से निकाला है उनमें वे नेता है जो लाडवा, असंध, गन्नौर, सफीदो, रानिया, महम, गुरुग्राम और हथीन से पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ आजाद चुनाव लड़ रहे हैं। हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगा। पहले यहां 1 अक्टूबर को मतदान और 4 अक्टूबर को मतगणना होनी थी, लेकिन बाद में मतदान की तारीख 5 अक्टूबर जबकि काउंटिंग की डेट 8 अक्टूबर कर दी गई।